
AI-आधारित साइबर अपराध: भारत में ₹938 करोड़ का नुकसान – कैसे बचे?
AI-आधारित साइबर अपराध: भारत में ₹938 करोड़ का नुकसान – कैसे बचे?
Published on 25 Jun 2025
👤 Written by Ramesh Rathod
Hack Free Bharat
AI Cyber Fraud
Cyber Safety
Digital India
Scam Alert
Deepfake Scam
OTP Fraud
Phishing India
Cyber Awareness
Cybercrime India
परिचय
2025 की शुरुआत के सिर्फ छह महीनों में भारत में AI की मदद से हो रहे साइबर अपराधों से ₹938 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हो चुका है। ये आंकड़े केवल कर्नाटक राज्य से सामने आए हैं — अब आप सोच सकते हैं कि पूरे देश में क्या हालात होंगे।
AI अब केवल टेक्नोलॉजी नहीं है, यह अब साइबर अपराधियों का हथियार बन चुका है।
📌 AI कैसे इस्तेमाल हो रहा है साइबर फ्रॉड में?
🎭 Deepfake वीडियो और कॉल
AI से बनाए गए नकली वीडियो या ऑडियो जिनमें कोई ऑफिसर, रिश्तेदार या सेलिब्रिटी दिखते हैं।
“मैं पुलिस से बोल रहा हूँ, आपका बच्चा फंसा है” जैसे कॉल।
💬 AI-Powered Phishing
ChatGPT जैसे टूल्स से बिल्कुल असली लगने वाले ईमेल और मैसेज तैयार किए जाते हैं।
बैंक, UPI, और OTP फ्रॉड में ये टेक्स्ट इस्तेमाल होते हैं।
📱 स्वचालित कॉल स्कैम्स
IVR आधारित कॉल्स जो बोलती हैं: “आपका खाता ब्लॉक हो गया है, अभी वेरिफाई करें।”
⚠️ कैसे पहचानें AI आधारित साइबर धोखा?
अचानक से कोई वीडियो कॉल आए और कोई सरकारी अधिकारी बने व्यक्ति पैसे मांगे।
कॉल या मैसेज में "तुरंत भुगतान करें वरना लीगल ऐक्शन होगा" जैसी धमकी हो।
बहुत असली लगने वाला लेकिन छोटा सा लिंक — जैसे bit.ly, tinyurl।
ऐसे ईमेल जो “बिना स्पेलिंग मिस्टेक्स” और बहुत प्रोफेशनल लगते हैं।
🛡️ बचाव के तरीके
कोई भी कॉल, वीडियो या ईमेल जो डराए — verify करें, तुरंत भरोसा न करें।
OTP, UPI PIN, और पासवर्ड कभी शेयर न करें — चाहे सामने कोई भी हो।
Deepfake कॉल्स को पकड़ने के लिए कोड वर्ड अपने परिवार में सेट करें।
अनजान लिंक को VirusTotal.com पर चेक करें।
🧠 Hack Free Bharat की सलाह
भारत सरकार और साइबर सेल्स को अब AI आधारित अपराधों की जांच के लिए उन्नत टूल्स की ज़रूरत है। लेकिन जब तक ये नहीं होता — जन जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
✅ निष्कर्ष
AI से जहां एक ओर दुनिया स्मार्ट हो रही है, वहीं अपराधी भी होशियार हो रहे हैं। अब हमें भी स्मार्ट साइबर नागरिक बनना होगा।
🔐 सतर्क रहें, तकनीक को समझें, और Hack Free Bharat के साथ मिलकर डिजिटल भारत को सुरक्षित बनाएं।
2025 की शुरुआत के सिर्फ छह महीनों में भारत में AI की मदद से हो रहे साइबर अपराधों से ₹938 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हो चुका है। ये आंकड़े केवल कर्नाटक राज्य से सामने आए हैं — अब आप सोच सकते हैं कि पूरे देश में क्या हालात होंगे।
AI अब केवल टेक्नोलॉजी नहीं है, यह अब साइबर अपराधियों का हथियार बन चुका है।
📌 AI कैसे इस्तेमाल हो रहा है साइबर फ्रॉड में?
🎭 Deepfake वीडियो और कॉल
AI से बनाए गए नकली वीडियो या ऑडियो जिनमें कोई ऑफिसर, रिश्तेदार या सेलिब्रिटी दिखते हैं।
“मैं पुलिस से बोल रहा हूँ, आपका बच्चा फंसा है” जैसे कॉल।
💬 AI-Powered Phishing
ChatGPT जैसे टूल्स से बिल्कुल असली लगने वाले ईमेल और मैसेज तैयार किए जाते हैं।
बैंक, UPI, और OTP फ्रॉड में ये टेक्स्ट इस्तेमाल होते हैं।
📱 स्वचालित कॉल स्कैम्स
IVR आधारित कॉल्स जो बोलती हैं: “आपका खाता ब्लॉक हो गया है, अभी वेरिफाई करें।”
⚠️ कैसे पहचानें AI आधारित साइबर धोखा?
अचानक से कोई वीडियो कॉल आए और कोई सरकारी अधिकारी बने व्यक्ति पैसे मांगे।
कॉल या मैसेज में "तुरंत भुगतान करें वरना लीगल ऐक्शन होगा" जैसी धमकी हो।
बहुत असली लगने वाला लेकिन छोटा सा लिंक — जैसे bit.ly, tinyurl।
ऐसे ईमेल जो “बिना स्पेलिंग मिस्टेक्स” और बहुत प्रोफेशनल लगते हैं।
🛡️ बचाव के तरीके
कोई भी कॉल, वीडियो या ईमेल जो डराए — verify करें, तुरंत भरोसा न करें।
OTP, UPI PIN, और पासवर्ड कभी शेयर न करें — चाहे सामने कोई भी हो।
Deepfake कॉल्स को पकड़ने के लिए कोड वर्ड अपने परिवार में सेट करें।
अनजान लिंक को VirusTotal.com पर चेक करें।
🧠 Hack Free Bharat की सलाह
भारत सरकार और साइबर सेल्स को अब AI आधारित अपराधों की जांच के लिए उन्नत टूल्स की ज़रूरत है। लेकिन जब तक ये नहीं होता — जन जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
✅ निष्कर्ष
AI से जहां एक ओर दुनिया स्मार्ट हो रही है, वहीं अपराधी भी होशियार हो रहे हैं। अब हमें भी स्मार्ट साइबर नागरिक बनना होगा।
🔐 सतर्क रहें, तकनीक को समझें, और Hack Free Bharat के साथ मिलकर डिजिटल भारत को सुरक्षित बनाएं।